ganeshji ki katha

GaneshJi Ka Anokha Sanyam

“संयमशिरोणि, जितेन्द्रियों में अग्रगण्य,पार्वतीनंदन,श्रीगणेश का चंदन-विलेपित,तेजस्वी विग्रह देखकर तुलसीदेवी का मन उनकी ओर बरबस आकृष्ट हो गया।” ‘ब्रह्मवैवर्त पुराण के…